लाइब्रेरी में जोड़ें

दुर्मिल सवैया




दुर्मिल सवैया


अति स्नेह करो हिय संग रहो, कुछ हाथ धरो चल  साथ चलो।

कुछ रंग दिखे कुछ भाव जगे, कुछ रास रचो मन माहि पलो।

चल दे अविलंब न देर करो, उठ प्रेम तड़ाग नहाय हिलो।

कुछ खेल करो कुछ मेल करो,कुछ पास रहो कुछ दूर टलो।

   7
3 Comments

बेहतरीन

Reply

Sachin dev

06-Jan-2023 06:04 PM

Nice

Reply

Gunjan Kamal

05-Jan-2023 08:44 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

Reply